कच्चे माल की कमी और बिजली की खपत में वृद्धि के कारण आजकल बिजली की कीमत दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। अब समय है, वैकल्पिक बिजली उत्पन्न स्रोत की ओर बढ़ने का, जो कि सौर प्रणाली या पवन टरबाइन हो सकता है, लेकिन ये हर मौसम मे बिजली बनाने के लिऐ सक्षम नही है।
बायोगैस से बिजली |
तब हम बायोगैस बिजली के बारे में सोच सकते हैं, यह दो मुख्य कारणों से डेयरी फार्मों के लिए सबसे अच्छा है
- गोबर का उपयोग बायोगैस उत्पन्न करने के लिए किया जाता है ।
- अवशेष घोल(slurry) का उपयोग खाद बनाने के लिए किया जाता है।
यह एक जैव चक्र बनाता है जिसे चित्र में दिखाया गया है ।
पशु एवं पक्षियों के अपशिष्ट से बायोगैस उत्पादन
अपशिष्ट | प्रति किलो बायोगैस उत्पादन (लीटर) |
---|---|
गाय | 40 |
भैंस | 30 |
सुअर | 60 |
चिकन | 70 |
बायोगैस से बिजली बनाने की प्रक्रिया :-
जैसा कि हम जानते हैं कि बायोगैस से बिजली उत्पन्न करने से पहले, बायोगैस की आवश्यकता होती है, यह इन चरणों द्वारा उत्पन्न होता है: -
- डेयरी फार्म या पशु स्थान से पशुओं का गोबर इकट्ठा करें।
- नीचे दिए गए अनुपात में गोबर को पानी के साथ ऐेसे मिलाएं कि हवा के बुलबुल नही दिखाई दे ।
पशु | पानी:गोबर |
---|---|
मवेशियों | 2:1 |
पोल्ट्री और सुअर | 3:1 |
- घोल को बायोगैस टैंक में डालें।
- टैंक के ऊपर से बायोगैस एकत्र करें।
बायोगैस के बारे में ध्यान देने वाली बातें:-
जैव चक्र |
- बायोगैस का उत्पादन बायोडिग्रेडेबल गोबर की गुणवत्ता और तापमान पर निर्भर करता है इस प्रक्रिया में 3 से 4 सप्ताह लगते हैं। जो कि आदर्श स्थितियों पर भी निर्भर करता है।
- बायोगैस गैसों का मिश्रण है, जिसमें मुख्य रूप से मीथेन और कार्बन डाइऑक्साइड शामिल हैं।जिसकी efficiency 35 - 40% बिजली उत्पन्न करने मे और 50 % burning मे मापी गई है।
- 1.0 kWh बिजली का उत्पादन करने के लिए 0.8 m3 (800 लीटर) बायोगैस की आवश्यकता होती है।
- बायोगैस का उपयोग जनरेटर द्वारा बिजली बनाने के लिए किया जाता है, जिसका उपयोग डिजल ईजन मे भी किया जा सकता है जो कि 70-90 % डिजल की बचत करता है और आज पुर्णत: बायोगैस पर चलने वाले ईजन भी बाजार मे उपलब्ध है।
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